BJP सांसद दिया कुमारी का जीवन परिचय , कौन है दिया कुमारी ,जीवनी ,बायोग्राफी ,उम्र ,शादी ( Diya kumari Biography ,Age ,Height ,Marriage in hindi )
दिया कुमारी चर्चा में क्यों
अभी अभी BJP सांसद दिया कुमारी ने ताजमहल पर दावा किया है , उन्होंने कहा - 'शाहजहां ने हमारे पैलेस पर किया कब्जा'.
उनका दावा है कि ताज महल बीते वक्त में उनके परिवार का महल था, जिसके कागजात उनके पास अब भी मौजूद हैं.
,
सवाल | जवाब |
---|---|
नाम |
दिया कुमारी राजपूत |
पद | सांसद (राजस्थान) |
पिता | भवानी सिंह |
राजनितिक पार्टी | भारतीय जनता पार्टी (BJP ) |
जन्म दिनांक | 30 जनवरी 1971 |
उम्र | 50 वर्ष (2021 ) |
जन्म स्थान | जयपुर (राजस्थान) |
पेशा | सांसद |
आंखों का रंग | काला |
बालो का रंग | काला सुर्ख |
शिक्षा | डेकोरेटिव आर्ट्स |
राजनितिक शुरुआत | 2013 |
वैवाहिक स्थिति | तलाक (2018) |
पति | नरेंद्र सिंह |
बच्चे | Maharaja Lakshraj Prakash Singh,राजकुमारी गौरवी कुमारी,पद्मनाभ सिंह |
जाती | राजपूत |
grihnagar | Jaipur |
दिया कुमारी का जीवन परिचय(Diya kumari Biography in hindi.)
दीया कुमारी का जन्म शाही परिवार में राजस्थान में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मॉडर्न स्कूल (नई दिल्ली), जी.डी. सोमानी मेमोरियल स्कूल (मुंबई) और महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल जयपुर से की। स्कूल पूरा करने केबाद राजकुमारी लंदन चली गईं और वहां से उन्होंने डेकोरेटिव आर्ट्स का कोर्स किया।
वर्तमान में, दिया जी विरासत का प्रबंधन करती हैं जिसमें उनके सिटी पैलेस जयपुर (उनका शाही निवास), अंबर और दो ट्रस्ट शामिल हैं: महाराजा स्वामी मानसिंह II संग्रहालय ट्रस्ट, जयपुर और जयगढ़ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट। ट्रस्टों के अलावा, वह दो स्कूलों, द पैलेस स्कूल और महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल का भी प्रबंधन करती हैं।
इकलोती सन्तान होने के नाते, राजकुमारी दीया कुमारी व्यक्तिगत रूप से अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी की देखरेख में पली बढ़ी। वो विरासत की संरक्षक और अस्तित्वमय जयपुर के शाही परिवार की कला और संस्कृति को बनाए रखने के लिए एक राजकुमारी का कार्य कर रही हैं
प्रिंसेस दीया के पास तीन आलिशान होटल हैं: जिनमे जयपुर में राजमहल पैलेस, माउंट आबू में होटल जयपुर हाउस और जयपुर में होटल लालमहल पैलेस भी हे । इन सबके अलावा वर्तमान में दीया भारतीय राजनीति में भी एक सक्रिय हैं। वह 2013 से भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में भारतीय संसद की सदस्य हैं।
दिया कुमारी की शादी -विवाह (diya kumari love story )
दीया ने अपनी प्रेम कहानी को लेकर एक ब्लॉग लिखा था। उसके अनुसार नरेंद्र ने 1989 में एसएमएस संग्रहालय ट्रस्ट में ट्रेनिंग के लिए अकाउंट सेक्शन में ज्वॉइन किया था। यहां उन्होंने तीन महीने काम किया। इसी दौरान दीया की उनसे महल में पहली मुलाकात हुई। क्योंकि दीया भी महल में अकाउंट का काम देख रही थी।
परिवार वालों के विरोध के बीच दोनों ने चोरी-चुपके कोर्ट मैरिज कर ली। इस बारे में दीया ने जब घर पर बताया तो इससे परिवार वाले बहुत गुस्सा हुए, लेकिन बाद में दोनों शादी के लिए तैयार हो गए।
दीया की शादी शिवाड़ के कोटड़ा ठिकाने के कुंवर नरेंद्र सिंह राजावत से दिल्ली में हुई थी। 1997 में इनके सगोत्र विवाह को लेकर राजस्थान में बड़ा बवाल मचा था और राजपूत सभा ने इस विवाह का विरोध किया था। दीया कुमारी की मां अपनी बेटी के पक्ष में खड़ी रहीं और शादी कराई।
नरेन्द्र सिंह कुमार पद्मनाभ सिंह
सवाई पद्मनाभ सिंह, वे जयपुर के पूर्व राज परिवार की दियाकुमारी व नरेन्द्र सिंह पुत्र है।वे महाराजा भवानी सिंह के उत्तराधिकारी हैं। वे पूर्व महाराजा भवानी सिंह ने उसे गोद लिया था। देश मे अब लोकतंत्र है। राजशाही खत्म हुई कई दशक बीत चुके के हैं।
दिया कुमारी का तलाक (Diya kumari devorce)
इस प्रेम कहानी ने अजीब तरह से कुछ साल पहले एक अलग मोड़ लिया. दोनों के बीच लड़ाई की खबरें आनी लगीं. राजकुमारी दीया कुमारी के अपने पति नरेंद्र सिंह के साथ पिछले काफी दिनों से अच्छे रिश्ते नहीं चल रहे थे . इसीलिए दीया कुमारी और उनके पति पिछले 5 सालों से अलग रह रहे थे.
इसके बाद इन दोनों ने फिर से साथ रहना शुरू किया था. लेकिन फिर पिछले कुछ दिनों से फिर से वे दोनों अलग हो गए थे.इस बीच जयपुर के फैमिली कोर्ट में उन्होंने तलाक के लिए अर्जी दाखिल की. अब कोर्ट ने दोनों की सहमति से उन्हें तलाक दे दिया. इस शादी से दोनों को तीन संतान हुईं थीं-दो बेटा और एक बेटी.
दिया कुमारी ताज महल
आगरा का ताजमहल मेरा है. यह मुगलों की नहीं, मेरे पुरखों की विरासत है. यह दावा करते ही राजकुमारी दीया कुमारी सुर्खियों में आ गई हैं. हर कोई उनके बारे में जानना चाहता है.
दिया कुमारी के इस दावे ने देश में खलबली मचा दी हे
ताजमहल इन दिनों 22 बंद कमरों और तहखाने के लिए सुर्खियां बंटोर रहा है. दीया कुमारी ने ताजमहल को मुगलों की नहीं उनके पुरखों की विरासत होने का दावा किया है. दरअसल शाहजहां द्वारा राजा जयसिंह को हवेली देने का फरमान जारी किया गया था.
फरमान के मुताबिक शाहजहां ने मुमताज को दफन करने के लिए राजा मानसिंह की हवेली मांगी थी. इस हवेली के बदले में राजा जयसिंह को चार हवेलियां दी गई थीं. यह फरमान 16 दिसंबर, 1633 को जारी हुआ था. इस फरमान की सत्यापित नकल जयपुर स्थित सिटी पैलेस संग्रहालय में संरक्षित है.
तो दोस्तों यह थी दिया कुमारी का जीवन परिचय इस से जुडी और भी तथ्यों के लिए हमें कमेंट जरूर करे।